वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में मानवता को जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता संकट, आर्थिक असमानता, तकनीकी विसंगतियाँ, मानसिक स्वास्थ्य संकट और सामाजिक विघटन जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत में यह संकट और भी विकराल है, क्योंकि 65% से अधिक जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जहां बुनियादी सुविधाओं और निर्णयात्मक सहभागिता की भारी कमी है।
73वां संविधान संशोधन और 11वीं अनुसूची ने ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर स्वशासन का अधिकार तो दिया, लेकिन यह अधिकार व्यावहारिक रूप से ज़मीन पर स्थापित नहीं हो सका।
2. उद्देश्य (Objectives)
इस श्वेत पत्र का उद्देश्य है:
1. भारत के 7200+ विकासखंडों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में नेतृत्व निर्माण संस्थान (Leadership Incubation Program) की स्थापना। और ग्राम पंचायत स्तर पर नेतृत्व क्षमता का निर्माण करना ।
2. विकेन्द्रित शासन प्रणाली को प्रभावी बनाकर 11वीं अनुसूची के 29 विषयों पर ग्राम सभा आधारित योजना व कार्यान्वयन।
3. ऑनलाइन / ऑफलाइन नेतृत्वशालाओं के माध्यम से ग्रामीण युवाओं, महिलाओं, किसानों व स्वयंसेवी संगठनों का प्रशिक्षण।
4. आर्थिक स्वावलंबन हेतु स्थानीय संसाधनों पर आधारित कृषि, जल, वन, हस्तशिल्प, ऊर्जा, स्वास्थ्य व शिक्षा मॉडल का विकास।
5. एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ नेटवर्क और विकास भागीदार संस्थाओं की सहायता से ग्राम पंचायतों को मार्गदर्शन देना।
3. वैश्विक व राष्ट्रीय चुनौतियाँ
- पर्यावरण जलवायु परिवर्तन, बाढ़, सूखा, प्रदूषण, जैव विविधता ह्रास
- सामाजिक पलायन, बेरोज़गारी, जातिगत-लिंग भेद, मानसिक स्वास्थ्य
- आर्थिक ग्रामीण बेरोज़गारी, कर्ज़ जाल, MSP संकट, स्थानीय बाज़ार की कमी
- प्रशासनिक योजना का केंद्रीकरण, ग्राम सभा की निष्क्रियता, पारदर्शिता की कमी
- तकनीकी डिजिटल विभाजन, सूचना की कमी, स्किल गैप
4. समाधान हेतु रणनीतिक मॉडल
- नेतृत्वशाला (Leadership Lab Incubator)
*स्थान: प्रत्येक ग्राम पंचायत (2.6 लाख+)
*प्रकार: हाइब्रिड (ऑनलाइन + ऑफलाइन)
दायरा:
- आर्थिक: कृषि, गौ-पालन, कुटीर उद्योग, MSME, बाज़ार जोड़
- सामाजिक: महिला नेतृत्व, बाल शिक्षा, स्वास्थ्य, समावेशिता |
- सहकारिता: उत्पादक समूह, SHGs, FPOs, पंचायत सहकार
- राजनीतिक: ग्राम सभा सशक्तिकरण, पारदर्शिता, पंचायत नियम
- पारिस्थितिकीय: जल संरक्षण, वनीकरण, प्राकृतिक खेती, सौर ऊर्जा
2. ब्लॉक स्तरीय “विकास नेतृत्व केंद्र” (Block Adoption Program)
- 7200+ विकास खंडों में मॉडल ग्रामों का चयन
- विशेषज्ञों व नव-नेतृत्व द्वारा ब्लॉक / ग्राम पंचायतों को गोद लेना
- “एक ब्लॉक – एक नेतृत्व केंद्र” सिद्धांत
- प्रशिक्षण, योजना निर्माण, निगरानी, प्रलेखन का समन्वय
भारत के भविष्य की नींव ग्राम स्वराज, स्थानीय विकेंद्रीकृत नेतृत्व और प्राकृति आधारित विकास में है। यह श्वेत पत्र एक संक्षेप, व्यावहारिक और समावेशी प्रयास है, जो संविधान, परंपरा और समकालीन जरूरतों के अनुसार है। यदि आज गांवों को निर्णय, नियोजन और नेतृत्व की शक्ति दी जाती है, तो भारत का आत्मनिर्भर, संवेदनशील और सशक्त भविष्य सुनिश्चित है।
